सालों से छोटे और माध्यम उद्योगों में काम कर, हमारे मूल सदस्यों के पास इंश्योरेंस (बीमा), माइक्रो फाइनेंस (सूक्ष्म-वित्त) और रिटेलर (विक्रेता) उद्योगों का मजबूत ज्ञान है। हमने काफी उद्योगों के लिए कईं वितरण माध्यम तैयार कर, उन्हें कामयाबी से स्थापित किया है। और तो और, हमने देश के कोने-कोने में काम किया है जिस कारण हम भारत के विभिन्न प्रदेशों के छोटे दुकानदारों का स्वभाव अच्छी तरह समझते हैं। हमारी तकनीकी टीम भी श्रेष्ठ है। टीम ने उच्च अंतराष्ट्रीय कंपनियों के लिए विशेष डिजिटल उपभोक्ता सेवा मंच बनाकर, सफलतापूर्वक लागू किया है।
हमारी ब्रिज2कैपिटल की पूरी टीम अपने ग्राहकों के स्वाभाव और समस्यायों को अच्छे तरह समझते हैं क्योंकि हम खुद उन्हीं छोटे शहरों से हैं।
ब्रिज2कैपिटल का बिज़नेस तंत्र, विक्रेता पूंजी प्रभंध (सप्लाई चैन फाइनेंस) ‘रिवर्स फैक्टरिंग‘ पर आधारित है। पहले हम दुकानदारों के तरफ से उनके सप्लायरों का बिल पेमेंट करते हैं। उसके पश्चात, दुकानदार हमें वह रकम आसानी से चुकाते हैं।
हमारा बिज़नेस विशवास, ज्ञान, कुशल संचालन एवं उच्चस्तरीय तकनीक पर आधारित है।
अधिकांश छोटे व्यापारी डिजिटल तकनीक से अज्ञात होने के कारण अपने स्मार्टफोन का पूरा लाभ नहीं उठाते। इसलिए हमारी ऑनलाइन सहयता और स्थानीय प्रतिनिधि निश्चित करते हैं की सही दुकानदार आसानी से हमारे ऐप को समझ, हमारे साथ बेफिक्र जुड़ जाएं।
हमारे ऐप – ब्रिज2कैपिटल – को अत्यधिक प्रबल व सफल बनाता है भारत सरकार की डिजिटल उपक्रम; जैसे जीएसटी , यूपीआई , आधार।
आगे आनेवाली डिजिटल दुनिया में, कोविड-19 के पश्चात, ज़िंदा रहने के लिए अत्यधिक आवयशक है कि छोटे कारोबार खुद को ऑनलाइन तकनीक से जोड़ लें।
एक्स्ट्राकैप इंडिया, अपने ब्रिज2कैपिटल ऐप के विश्वसनीय सेवा के द्वारा, अपने ग्राहकों के लिए विभिन्न ऑनलाइन सेवायें प्रस्तुत करता है। जैसे: ब्रिज2पे – इस तकनीक से हमारे दुकानदार अपने ग्राहकों से ऑनलाइन पेमेंट ले, अपने बैंक खाते में सीधा जमा कर सकते हैं।
हमारे और भी विशेष सेवायें तैयार हैं।। जैसे:
ब्रिज2हेल्थ : यह हमारे दुकानदारों को कम कीमत में स्वास्थ्य बीमा दिलाएगा।
ब्रिज2सप्लायर : यह तकनीक, भारत के अलग-अलग क्षेत्र में स्थित अन्य सप्लायरों को हमारे दुकानदारों से जोड़ेगा।
ब्रिज2हिसाब : इस के ज़रिये हमारा प्रयास होगा की हम दुकानदार के नकद लेन-देन को डिजिटल रूप में बचाके रखें।
ब्रिज2गोल्ड : यह दुकानदारों को एक सुव्यवस्थित ढंग से डिजिटल सोने के बचत में मदद करेगा।
हमारे यह पूरी कोशिश है की हमारे छोटे दुकानदार अब योग्य, सफल और खुशहाल डिजिटल दुकानदार बने।
समय के चलते, हमारे दुकानदार ऑनलाइन तकनीक की ताकत को समझ रहे हैं और हमें अपने मोबाइल ऐप के लिए स्वयं पेमेंट देने के लिए तैयार हैं। उनके विश्वास को बखूबी बरक़रार रखने के लिए हम लगातार अपने मोबाइल ऐप को बेहतर करते रहेंगे एवं अन्य सेवायें उनके सम्मुख रखेंगे। साथ ही, हम अपनी प्रक्रिया व कंस्यूमर डेटा को लगातार विकसित करते रहेंगे। यह ज्ञान केवल हमें अपने ग्राहकों को बेहतर सेवा देने में ही नहीं बल्कि बैंकों और दुसरे आर्थिक संस्थानों के लिए भी अहम मूल्य रखता है।
एक्स्ट्राकैप इंडिया अपना डिजिटल बिज़नेस, देश के सभी छोटे व बड़े शहरों में, अपने परिश्रम व स्वरूप विचारधारा रखने वाले अन्य संस्थानों और व्यकितयों के साथ आगे बढ़ाएगा।
तीन चुटकियों में तकनीकी अज्ञात व्यक्ति भी हमारे ऐप को इस्तेमाल करना सीख सकता है। जी हाँ, सिर्फ तीन सरल टैप में दुकानदार अपना ऑनलाइन कार्य शुरू कर सकता है। साथ ही, हम अपने काम में पारदर्शिता और नैतिकता को महत्व देते हुए, एक योग्य और विश्वसनीय व्यवसाय चलाते हैं। हमारा ग्राहक केंद्रित दृष्टिकोण यह पक्का करता है की हमारे ग्राहकों को सबसे अच्छा सौदा मिले।
हमारी बातों को नहीं, बल्कि खुद हमारे ग्राहकों से उनकी ज़ुबानी सुनिए कि किस तरह ब्रिज2कैपिटल ने उनकी ज़िंदगी बेहतर की है।
हमारा कार्य प्रक्रिया इस तरह रखा गया है की दी गयी लोन 100% सिर्फ व्यापर में ही इस्तेमाल होता है। हमारे द्वारा चुने गए दुकानदारों को एक क्रेडिट सीमा दी जाती है, उसके पश्चात लघु लोन की मंज़ूरी होती है, फिर दुकानदार अपने सप्लायरों का बिल हमें भेज देते हैं।
हम अपने दुकानदारों के साथ एक भागीदारी का सम्बन्ध बनाते हैं। वे जानते हैं की हमारी सोच उनके हित में और दूरंदेशी है, इसी लिये वे हमारे साथ जुड़ते हैं। दुकानदार हमारे ऐप का इस्तेमाल महीने में करीबन 18-20 बार अलग-अलग कार्यों के लिए करते हैं। हमारी आशा है की आगे चल कर, नए सेवाओं की उपलब्धि पर, दुकानदार ऐप का और अधिक इस्तेमाल करेंगे।
यह पूरी तरह से साबित है की भारत में विक्रेता सम्बंधित आर्थिक प्रबंध करना बेहद ज़रूरी एवं अनिवार्य है। हमारे विचारधारा का प्रमाण यह आर्थिक तथ्य हैं:
भारत की 600 बिलियन मोल विक्रेता कारोबार आगे चल कर 2024 में 1.30 ट्रिलियन की होगी।
भविष्य की बढ़ती उपभोगता मांग की पूर्ती के लिए, भारत के 92% छोटे दुकानदारों को व्यवस्थित कर मुख्य आर्थिक व्यवस्था में शामिल करना बेहद ज़रूरी है।
सप्लाई चैन फाइनेंसिंग ही वह एकमात्र साधन है जो भारत के अव्यवस्थित क्षेत्र में सुधार ला, इस तेज़ बदलती बिज़नेस दुनिया में कामयाब करेगा। ब्रिज2कैपिटल हमारा समाधान है।
रुचि है? हम सिर्फ एक मेल या कॉल दूर हैं।